मोदी सरकार ने बढ़ाई न्यूनतम मजदूरी,जाने अब कितनी मिलेगी मजदूरी,1 अक्टूबर से फैसला लागू,
सरकार ने 1 अक्टूबर से निर्माण, खनन और कृषि जैसे अनौपचारिक क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी में बढ़ोतरी का फैसला किया है। केंद्र सरकार का कहना है कि यह बढ़ोतरी महंगाई से निपटने में श्रमिकों की मदद करेगी।
गुरुवार को सरकार ने असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए तय न्यूनतम मजदूरी की दर में भारी इजाफा किया है. गुरुवार को केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय इसका ऐलान करते हुए कहा कि महंगाई से निपटने में श्रमिकों की मदद के लिए सरकार ने यह अहम फैसला लिया है. इसके तहत परिवर्तनशी महंगाई भत्ते (वीडीए) को संशोधित किया गया है. इससे न्यूनतम मजदूरी दरों में बढ़ोतरी होगी. इस फैसले का मकसद श्रमिकों को जीवनयापन के लिए बढ़ती लागत का सामना करने में मजबूत बनाना है.
मंत्रालय ने बताया कि नई दरें केंद्र सरकार के तमाम प्रतिष्ठानों में लागू होंगी. खासतौर पर केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाले भवन निर्माण, माल लादने और उतारने, चौकीदार या प्रहरी, सफाई, शोधन, घर की देख-भाल करने, खनन तथा कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगे श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा. नई वेतन दरें 1 अक्टूबर, 2024 से प्रभावी होंगी.
लिया है. इसके तहत परिवर्तनशी महंगाई भत्ते (वीडीए) को संशोधित किया गया है. इससे न्यूनतम मजदूरी दरों में बढ़ोतरी होगी. इस फैसले का मकसद श्रमिकों को जीवनयापन के लिए बढ़ती लागत का सामना करने में मजबूत बनाना है.
मंत्रालय ने बताया कि नई दरें केंद्र सरकार के तमाम प्रतिष्ठानों में लागू होंगी. खासतौर पर केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाले भवन निर्माण, माल लादने और उतारने, चौकीदार या प्रहरी, सफाई, शोधन, घर की देख-भाल करने, खनन तथा कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में लगे श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा. नई वेतन दरें 1 अक्टूबर, 2024 से प्रभावी होंगी. इससे श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी दरों को अप्रैल 2024 में संशोधित किया गया था. श्रम और रोजगार मंत्रालय की तरफ से जारी वक्तव्य में बताया गया है कि न्यूनतम मजदूरी दरों को मजदूरों की कुशलता के स्तरों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है. इनमें अकुशल, अर्ध-कुशल, कुशल एवं अत्यधिक कुशल श्रमिकों की श्रेणियां हैं. इसके अलावा भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर भी वर्गीकरण किया गया है.
किस श्रेणी के मजदूर को कितनी मजदूरी
नई दरों के लागू होने के बाद अकुशल कार्य क्षेत्र के मजदूरों को ए श्रेणी के भौगोलिक क्षेत्रों में 783 रुपये प्रतिदिन न्यूनतम मजदूरी मिलेगी. इस तरह अकुशल मजदूरों का न्यूनतम वेतन 20,358 रुपये प्रतिमाह हो जाएगाा. इस श्रेणी में निर्माण, साफ-सफाई, माल लादने और उतारने वाले श्रमिक आते हैं. इसके अलावा ए श्रेणी के क्षेत्रों में अर्ध-कुशल श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी 868 रुपये प्रतिदिन या 22,568 रुपये प्रति माह होगी. इसी तरह कुशल कर्मी, जैसे- लिपिक और बिना हथियार वाले चौकीदार या प्रहरी का न्यूनतम दैनिक वेतन 954 रुपये प्रतिदिन या 24,804 रुपये प्रति माह होगा. अत्यधिक कुशल और हथियार के साथ चौकीदार या प्रहरी के लिए 1,035 रुपये प्रति दिन या 26,910 रुपये प्रति माह का न्यूनतम वेतन देय होगा.
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