(गजब के गुरु जी) गिनती और कविता को भजन के स्वर में ढाल पढ़ाते हैं ‘गुरुजी’-देखे VIDEO
नौनिहालों की पढ़ाई में रुचि के लिए अध्यापक तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर उनका ध्यान खींचने का प्रयास कर रहे हैं। यही वजह है कि परिषदीय विद्यालयों में छात्रों के पढ़ने की संख्या निरंतर बढ़ रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना खंड शिक्षा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय सलेमपुर के अध्यापक सुभाष कुमार छात्रों को पढ़ाने का नया जरिया ढूंढ़ लिए हैं।
शिक्षक गिनती, पहाड़ा व कविता को भजन के स्वर में ढाल बनाकर पढ़ाते हैं। इससे बच्चों का न सिर्फ माइंड मोटिवेट हो रहा है, बल्कि बच्चों को आसानी से याद हो रहा है। पिछले कई माह में इस स्कूल के बच्चों की पढ़ाई में आमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिला है। यही नहीं गुरू जी की इस पढ़ाई को इंटरनेट मीडिया पर भी खूब पसंद किया जा रहा है। विद्यालय के बच्चे भी गुरुजी के काफी मुरीद हाे गए हैं।
सभी बच्चों को पढ़ाते हैं लेकिन एक से कक्षा पांच तक के बच्चों को पढ़ाने में काफी रूचि लेते हैं। सुबह प्रार्थना के दौरान वह कविता, गीत व कला के माध्यम से छात्र-छात्राओं को आकर्षित करते हैं। इस दौरान उन्हें समाचार भी बताए जाते हैं। करीब पंद्रह मिनट तक अध्यापक बच्चों का मनोरंजन भी करते हैं।
सुभाष कुमार मूल रूप से मुहम्मदाबाद गोहना के इटौरा चौबेपुर गांव के रहने वाले हैं। उनकी पहली नियुक्ति वर्ष 1999 में कोपांगज विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय अल्लीपुर में हुई थी। पहले से ही बच्चों के प्रति शिक्षण कार्य में उनका बेहद लगाव रहा है। वह बच्चों को पढ़ाने के लिए हर हथकंडे अपनाते रहें हैं। वर्ष 2011 से कंपोजिट विद्यालय सलेमपुर में तैनात हैं।
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