Champawat by-election:जानिए कौन हैं निर्मला गहतोड़ी, जिन्हें कांग्रेस ने सीएम धामी के खिलाफ मैदान में उतारा

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चंपावत : चंपावत सीट से पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी के इस्तीफे के बाद चंपावत में चुनाव होना है 31 मई को ऐसे में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है भाजपा से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रत्याशी हैं तो वही कांग्रेस पार्टी से मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल के बदले निर्मला को प्रत्याशी बनाकर मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है।

पार्टी की महिला एवं ब्राह्मण वोटरों को साधने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। ब्राह्मण जाति से ताल्लुक रखने वाली निर्मला गहतोड़ी की छवि कांग्रेस पार्टी में तेज तर्रार महिला नेता के रूप में है। निर्मला कई जनहित आंदोलन में भाग ले चुकी हैं और पार्टी के कई पदों पर रहते हुए पार्टी के लिए बेहतर काम किया है।

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राजनीतिक जानकार मान रहे थे कि कांग्रेस उपचुनाव में भी हेमेश खर्कवाल को ही टिकट देगी। लेकिन आखिर में पार्टी ने सारे अनुमान के उलट निर्मला को उपचुनाव का टिकट देकर उपचुनाव में पार्टी की रणभेरी बजा दी है। कांग्रेस इस बार नए चेहरे पर दांव खेलना चाहती है।

सामाजिक कार्यों के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाली निर्मला
वर्ष 1992 में वे उस समय सुर्खियों में आई जब चम्पावत जिले में शराब विरोधी आंदोलन शुरू हुआ शराब की दुकान खोलने के खिलाफ उन्होंने खेतीखान में लगातार 108 दिन तक चले धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया परिवार की पृष्ठभूमि कांग्रेसी होने के कारण वह हमेशा से कांग्रेस के लिए काम करते आई हैं ।

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गहतोड़ी पाटी ब्लाक महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष के अलावा पीसीसी सदस्य रहीं। वर्ष 2001 से 2010 तक वे कांग्रेस की चम्पावत जिलाध्यक्ष रहीं। एआइसीसी का सदस्य भी रह चुकी है वर्ष 2012 में कांग्रेस सरकार में निर्मला को बीसूका उपाध्यक्ष भी रह चुकी है। 2015 में महिला सशक्तिकरण उपाध्यक्ष रहीं।वर्ष 2015 से 18 तक राज्य समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष रहीं है।

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वर्ष 2017 में उन्होंने महिला कोटे से विधान सभा चुनाव के लिए दावेदारी की लेकिन टिकट नहीं मिल पाया। पार्टी जिलाध्यक्ष रहने के दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने के काफी प्रयास किए। आज कांग्रेस पार्टी उनको मुख्यमंत्री धामी के सामने चुनाव मैदान में उतार कर चंपावत उपचुनाव जीतने की कोशिश में जुटी हुई है।

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