हल्द्वानी :समाजसेवी हेमंत गोनिया आरटीआई कार्यकर्ता के साथ-साथ कोरोना काल में भी लोगों के लिए बने मददगार

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हल्द्वानी : कैनाल रोड निवासी समाजसेवी हेमंत गोनिया कई सामाजिक कार्यों के साथ- साथ- सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत कई खुलासे कर चुके हैं। ऐसे में कोरोना महामारी के बीच हेमंत लोगों के लिए मददगार बने हैं। जरूरतमंदों तक राशन वितरण हो या कोरोना संक्रमण के लिए सैनिटाइजेशन का काम उन्होंने बखूबी से निभाया है जिनकी आम जनता हो या खास सभी ने सराहना की है। हेमंत गोनिया अपने कई कार्यो के लिए पहचान बना चुके हैं और कई मंचों पर सम्मानित भी किए जा चुके हैं। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत में उन्होंने कई मामलों को उजागर किया है जिनकी आज सराहना की जाती है। उत्तराखंड में 2013 में आई आपदा में भी अपने साथी स्वर्गीय गुरविंदर सिंह चड्ढा ,नवीन कपिल हेम कपिल के सहयोग से 11 ट्रक 65 लाख का राशन भेजा था। हेमंत गोनिया सामाजिक कार्यों में
बढ़-चढ़कर भाग लेते हुए निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करते हैं किसी गरीब का इलाज कराना हो या किसी को मरीजों को खून उपलब्ध कराना हो पारिवारिक विवाद महिला अपराध हो चाहे शराब हो या खनन माफिया उनके खिलाफ भी मोर्चा खोलने का काम किया है। यहां तक कि उन्होंने विकास कार्यों के लिए मंत्रियों और विधायक से मुलाकात कर योजनाओं के लिए पैसे दिलवाने का काम भी किया है।
उन्होंने बताया कि जनहित के मद्देनजर आरटीआई से कई भ्रष्टाचार के मामले का भी खुलासा कर चुके हैं।
रक्तदान के मामले में भी वह रिकॉर्ड बना चुके हैं कुमाऊं में सबसे ज्यादा खून देने का अवार्ड भी मिल चुका है गरीब की विधवा पेंशन विकलांग पेंशन वृद्धा पेंशन लगवाना हो सभी के लिए निस्वार्थ भाव से काम करते हैं।एक एक्सीडेंट मेंअपनी एक आंख गवा देना के बाद भी दूसरी आंख भी ठीक से साफ नहीं होने पर लोगों की सेवा करते हैं उत्तराखंड में जब से लॉकडाउन लगा तब से अपने संसाधनों से सैनिटाइज वह डेंगू मलेरिया का छिड़काव गरीबों को राशन बांटना स्वच्छता अभियान चलाना भी पूरे डिस्ट्रिक्ट नैनीताल के सभी सरकारी कार्यालयों मंदिरों ,गिरजा घरों ,मस्जिदों गली मोहल्ला को निशुल्क सेनीटाइज करते रहे रहे। उत्तराखंड में जब लॉकडाउन शुरू हुआ 1 साल ,23 दिन तक भुजियाघाट पर हर रोज हर दिन ट्रक स्कूटर मोटरसाइकिल कार बस को जो पहाड़ को जाती थी उन्हें निशुल्क सेनीटाइज करते रहे ताकि कुमाऊं में कोरोनावायरस ना जाए उसमें कामयाब भी हुए उत्तराखंड में सबसे ज्यादा कोरोना योद्धा प्रमाण पत्र भी जीते लॉकडाउन से लेकर अब तक गरीबों को राशन भी बांटते रहे लोगों के सहयोग से अभी भी बांट रहे हैं हर क्षेत्र पर काम कर रहे हैं हेमंत गोनिया रात के 12:00 बजे भी किसी का फोन आता हो तो वह उठ कर चले जाते हैं सेवा के लिए सरकार से कोई मदद नहीं मिली ।
पर्यावरण के तहत लाखों पेड़ लगा चुके हैं और लगा रहे हैं स्वच्छता अभियान बीच लगातार चल रहा है कई टन कूड़ा निकाल दिया गया है अब तक जो भी लोगों कार्य के लिए सरकारी कार्यालयों में चक्कर काटते रहते हैं उनका कार्य भी हेमंत गोनिया अपने स्तर से करवाते हैं और समाज के सभी काम सभी सरकारी सेवाएं जनता तक पहुंचाते हैं। हंस फाउंडेशन कल्चरल सेंटर से कई लोगों को इलाज भी दिलवा चुके है आरटीआई से खुलासे के मामले में उत्तराखंड ही नहीं देश में भी अपना पहचान बना चुके हैं । आरटीआई से खुलासा के बाद कई बार उनको जान माल का खतरा भी बना रहा जिसका उन्होंने बखूबी से मुकाबला भी किया।कई सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन सामग्री पंखे फर्नीचर सहित कई सामग्री उपलब्ध करा चुके हैं अब तक हेमंत गोनिया डिस्ट्रिक्ट नैनीताल में जहां जहां लोगों की झोपड़िया जलती है उन्हें भी गरीब लोगों को राशन और कपड़े बर्तन भी पहुंचाते हैं।
कई दिव्यांगों को वैशाखी व अन्य सामान भी दिलवा ते रहते हैं हेमंत गोनिया शासन स्तर से भी और लोगों के सहयोग से भी हर समस्या का समाधान है हेमंत गोनिया के पास आप उत्तराखंड के किसी कोने में रहते हो वहां से भी फोन आते हैं लोगों की और मदद करते हैं ।

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