सहजन(sahijan) की सब्जी खाये रहे स्वस्थ जाने इसकी औषधि गुण इस समय पर्याप्त मात्रा में तैयार हैं आपके आसपास सहजन सब्जी के पेड़

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सहजन (sahijan) आपके लिए इतनी गुणकारी जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते। इसका सेवन न सिर्फ आप स्वादिष्ट सब्जी के तौर पर करते हैं बल्कि यह तमाम बीमारियों के लिए दवा के रूप में भी काम आती है। इसके पौधे के अलग अलग भागों में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। आयुर्वेद में बताया गया है कि इस फली के सेवन से करीब 300 समस्याओं का इलाज हो सकता है।

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खाने में स्वादिष्ट और सेहत के लिए पोषक तत्वों से भरपूर ऐसा खाना मिले तो दिन अच्छा बन जाता है, क्योंकि हमें अपने खाने में सिर्फ हेल्थी फूड नहीं बल्कि टेस्ट भी पूरा चाहिए होता है और सच मानिए तो हमारे देश में ऐसी बहुत सी सब्जियां हैं, जो कई गुणों से भरपूर होती हैं हम बात करते हैं सहजन नाम की सब्जी की है जो इस समय सीजन है और इस सीजन में अगर आप सहजन की सब्जी खाते हैं तो आपके सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, आमतौर पर ग्रामीण इलाकों में पेड़ों पर लगने वाला यह लटकने वाला यह सब्जी सहजन कई औषधीय गुणों से भरपूर है। इस समय में भरपूर मात्रा में सब्जी बाजार में उपलब्ध है।

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सहजन में संतरे से 7 गुना ज्यादा विटामिन सी, गाजर से 10 गुना ज्यादा विटामिन ई और दही से 17 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है। साथ ही इसमें प्रोटीन, पोटेशियम और आयरन की भी मात्रा ज्यादा होती है।

पुरुषों को देता है शक्ति

पुरुषों में शक्ति को बढ़ाने के लिए भी सहजन के फूलों का सेवन किया जा सकता है. फूलों के सेवन से थकान और कमज़ोरी दूर होगी और शक्ति का विकास होगा. साथ ही यह महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है. आयुर्वेद में इसे अमृत कहा जाता है।सहजन में एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटी डिप्रेसेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।

एक्सपर्ट्स की माने तो सहजन के तने, पत्ते, छाल, फूल, फल और कई अन्य भागों का अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि सहजन का पेड़ जड़ से लेकर फल तक बहुत ही गुणकारी होता है. सहजन में एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटी डिप्रेसेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।

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रोग प्रत‍िरोधक क्षमता मजबूत होती है.

कैल्‍श‍ियम में भरपूर होने की वजह से साइटिका, गठिया में सहजन का उपयोग बहुत ही फायदेमंद होता है.
सुपाच्‍य होने की वजह से सहजन लि‍वर को स्वस्थ रखने में भी ये बहुत कारगर होता है.
पेट दर्द या पेट से जुड़ी गैस, अपच और कब्ज़ जैसी समस्‍याओं में सहजन के फूलों का रस पीएं या इसकी सब्जी खाएं. या इसका सूप पीएं. ज्यादा फायदा चाहिए तो दाल में डालकर पकाएं।

सहजन यानी ड्रम स्टिक ऐसी सब्जी है जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल सांभर में किया जाता है लेकिन आपको बता दें कि अगर आपको सहजन के सारे पोषक तत्वों के फायदे चाहिए, तो सहजन की सब्जी जरूर खानी चाहिए। सहजन विटामिन ए, सी, बी 1 (थियामिन), बी 2 (राइबोफ्लेविन), बी 3 (नियासिन), बी 6 और फोलेट से भरपूर होती हैं। वे मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस और जिंक में भी समृद्ध हैं। आइए, जानते हैं सहजन के फायदे

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सहजन की पत्तियों में एस्‍कॉर्बिक एसिड, फोलिक और फेनोलिक मिलते हैं और लगभग 40 से ज़्यादा एंटीऑक्‍सीडेंट पाए जाते हैं. इसकी पत्तियों के अर्क में मधुमेह विरोधी और एंटीऑक्‍सीडेंट गुण होते हैं जिस वजह से ये मधुमेह रोगी के लक्षणों को कम करने में सहायक होती हैं. ये इंसुलिन के स्‍तर और संवेदनशीलता को भी बढ़ा सकती हैं जिससे मधुमेह रोगी को फायदा मिलता है.

सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल आपके दिल को खराब कोलेस्‍ट्रॉल के प्रभाव से बचा सकते हैं. इन पत्तियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्‍छी मात्रा होती है जो कोलेस्‍ट्रॉल के स्‍तर को कम कर सकती है।

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में फायदेमंद

हाई ब्लड शुगर लेवल व्यक्तियों में डायबिटीज के विकास को जन्म देता है। डायबिटीज, बदले में, हृदय की समस्याओं और शरीर में अंग क्षति का कारण बन सकता है। इससे बचने के लिए ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखना अच्छा होता है।

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