उत्तराखंड: स्पा सेंटर के आड़ में होता था गंदा धंधा! 61 स्पा सेंटर कराया बंद

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स्पा और मसाज सेंटर के नाम पर अक्सर गंदा धंधा का खेल सामने आता रहता है ऐसे में देहरादून पुलिस ने राजधानी के स्पा सेंटरों पर दो दिनों तक ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। इस दौरान कहीं कैमरे खराब मिले तो कहीं आने वालों का रिकॉर्ड ही नहीं रखा जा रहा था। कई और अनियमितताएं मिलने पर 61 स्पा सेंटरों को बंद करा दिया गया और 32 का पुलिस एक्ट में चालान हुआ है। इनसे 2.70 लाख रुपये वसूले गए हैं.

एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि स्पा सेंटरों और मसाज पार्लरों को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थी. जिसे देखते हुए सभी थाना प्रभारी और थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों में चल रहे स्पा सेंटरों की आकस्मिक चेकिंग करने के निर्देश दिए गए थे. साथ ही अनियमितता मिलने पर संबंधित स्पा सेंटर के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया था. वहीं, पुलिस ने छापेमारी के दौरान सभी स्पा सेंटरों में आगंतुक रजिस्टर में आने वाले सभी कस्टमरों की पूरी डिटेल चेक की. साथ ही सभी सेंटरों में सीसीटीवी लगे हैं या नहीं ये भी चेक किया गया. इसके अलावा सीसीटीवी में निर्धारित अवधि तक डाटा सुरक्षित है या नहीं, इसकी जानकारी ली.

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देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि कोतवाली डालनवाला, नेहरू कॉलोनी, वसंत विहार, राजपुर, थाना कैंट, कोतवाली नगर, पटेल नगर और थाना रायपुर स्थित 61 स्पा और मसाज सेंटरों पर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया. 32 स्पा सेंटरों में नियम कानूनों का पालन नहीं किया जा रहा था.

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दावा किया जाता है कि स्पा सेंटरों में प्रशिक्षित स्टाफ ही थेरेपी करते हैं। लेकिन, कई जगह ऐसा नहीं पाया गया। एसएसपी ने बताया कि स्पा सेंटरों को निर्देशित किया गया है कि इनमें नियुक्त थेरेपिस्ट डिग्री धारक और डिप्लोमा धारक प्रशिक्षित व्यक्ति हो। कोई भी अकुशल थेरेपिस्ट या कर्मी काम नहीं करेंगे।

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एसएसपी ने बताया कि स्पा सेंटरों की शिकायत मिली है कि यहां फर्जी डिप्लोमा और डिग्रीधारकों से काम कराया जा रहा है। ऐसे में पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि इनकी डिग्रियों और अन्य प्रमाण पत्रों का भी सत्यापन किया जाए। यदि किसी की डिग्री और प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए तो कार्रवाई होगी।

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