उत्तराखंड:कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के दरबार में पहुंचा 7 करोड़ के गबन का मामला, दिए निर्देश

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हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत अपने बेहतर कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. अपने जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत कई लोगों को न्याय दिला चुके हैं.
मंगलवार को कैंप हल्द्वानी में सचिव/कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत के जनसुनवाई कार्यक्रम में 6 से 7 करोड़ के गबन का मामला सामने आया है जिसमें 50 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है. पूरे मामले में कुमाऊं कमिश्नर ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. मंगलवार को हुई जनसुनवाई में हल्द्वानी की कई महिलाओं ने शिकायत की कि रामपुर रोड निवासी भारती चोपड़ा और उसके पति विकास चोपड़ा एक समूह चलाते थे.जिसमें जमा की गई रकम से कहीं ज्यादा धनराशि दी जाती थी.

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इसी को देखते हुए उन्होंने समूह में धनराशि जमा करनी शुरू की गई. कमिश्नर दरबार में आई शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वह 2016 से समूह में रकम जमा कर रहे कई महिलाओं ने 20 लाख, 34 लाख, 7 लाख 45 हजार, 14 लाख जैसी रकम जमा की हैं. इसी प्रकार लगभग समूह में 50 से अधिक व्यक्तियों ने लगभग 6 से 7 करोड़ रुपया जमा कर गया है लेकिन अब समूह चलाने वाली भारती चोपड़ा एवं उसके पति विकास चोपड़ा ना तो समूह के सदस्यों का पैसा लौटा रहे हैं नहीं फोन उठा रहे हैं और ना ही कोई जवाब उनकी तरफ से दिया जा रहा है.

शिकायतकर्ताओं ने कहा कि उनका शक है कि भारती चोपड़ा और विकास चोपड़ा शहर से भाग सकते हैं लिहाजा उन पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
मामले में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस से मुकदमा दर्ज करने और मामले का जांच करने के निर्देश दिया हैं.

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