उत्तराखंड के इस मंदिर में बाल मुंडन 80 लाख में हुआ ठेका, जाने मंदिर की मान्यता

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उत्तराखंड में कई ऐसे धार्मिक स्थल है जो भक्तों के आस्था का केंद्र है उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में उत्तराखंड के ट्रक पर स्थित मां पूर्णागिरि मंदिर भी एक है 15 मार्च से पूर्णागिरि मेला शुरू होने जा रहा है मेले के दौरान व्यवस्थाओं के संचालन को लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। पूर्णागिरि धाम की सबसे महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं में से एक बाल मुंडन का ई-टेंडर आज 15 फरवरी को हो गया। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी और मेलाधिकारी तेज सिंह ने बताया कि इस बार पूर्णागिरि मेले के दौरान मुंडन से जिला पंचायत को 80 लाख रुपये मिलेंगे। ये टेंडर टनकपुर की एक संस्था को मिला है।

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बाल मुंडन की टेंडर में 6 लोगों ने निविदा डाली थी। बाल मुंडन की न्यूनतम ठेके की राशि 65 लाख रुपये रखी गई थी। मान्यता है कि पूर्णागिरि धाम में बच्चों का मुंडन शुभ माना जाता है। ई-टेंडर प्रक्रिया को उप कोषाधिकारी नंदन सिंह भाकुनी और जिला पंचायत के वित्तीय परामर्शदाता हिमांशु मठपाल की देखरेख में निपटी। इससे पूर्व 14 फरवरी को बिजली और आवासीय व्यवस्था के टेंडर हो चुके हैं। हरिद्वार की एक संस्था को ये निविदा मिली है। मेलाधिकारी तेज सिंह ने बताया कि अब पार्किंग, टैक्सी संचालन और सफाई का टेंडर होना बाकी है। 15 मार्च से शुरू हो पूर्णागिरि धाम का सरकारी मेला 93 दिनों तक चलेगा।

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