उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए बनाया उम्मीदवार, जाने कौन हैं ? सीपी राधाकृष्णन

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भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने भारत के उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति बनाया. राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. उपराष्ट्रपति पद के लिए 9 सितंबर को चुनाव होगा. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा रविवार को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में सी.पी. राधाकृष्णन के नाम की घोषणा की.सीपी राधाकृष्णन का उपराष्ट्र्पति बनना तय माना जा रहा है, क्योंकि निर्वाचक मंडल में एनडीए को पूर्ण बहुमत हैं.

पिछले महीने जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद चुनाव आयोग ने कुछ समय पहले उपराष्ट्रपति पद के इलेक्शन का चुनावी कार्यक्रम तय किया था. यह चुनाव 9 सितंबर को होगा. चुनाव आयोग की अधिसूचना के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है और दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी

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20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में पैदा हुए राधाकृष्णन की राजनीतिक जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और जनसंघ से जुड़ी रही है. सीपी राधाकृष्णन ने 70 के दशक में आरएसएस से स्वयंसेवक के तौर पर सक्रिय राजनीति की राह पकड़ी.

इसके बाद वह भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य बने और संगठनात्मक कामकाज में अहम भूमिका निभाई. लंबे समय तक कार्यकर्ता के तौर पर काम करने के बाद उन्हें 1994 में तमिलनाडु बीजेपी का सचिव भी नियुक्त किया गया.

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वह 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. इससे पहले, उन्होंने 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया. साथ ही, उन्होंने तेलंगाना और पुदुचेरी में भी अतिरिक्त प्रभार संभाला.

18 फरवरी 2023 को, उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था. अपने शुरुआती चार महीनों में, उन्होंने झारखंड के सभी 24 जिलों का दौरा किया और नागरिकों एवं जिला अधिकारियों के साथ बातचीत की.

सांसद: राधाकृष्णन 1998 और 1999 में कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद चुने गए. सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कपड़ा संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया.

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2003 से 2006 तक वह तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष रहे. इसके अलावा वो केरल बीजेपी के प्रभारी भी रह चुके हैं. 2004 में राधाकृष्णन ने संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया. वह ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य थे.

2004-2007 के दौरान तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के रूप में उन्होंने नदियों को जोड़ने, आतंकवाद के विरोध और अस्पृश्यता के उन्मूलन जैसे मुद्दों पर 93 दिनों की रथ यात्रा निकाली थी. उन्होंने संसद में वस्त्र उद्योग पर स्थायी समिति के अध्यक्ष भी रहे और वित्तीय व सार्वजनिक उपक्रमों से जुड़ी कई समितियों में योगदान दिया.

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