रानीखेत को नया जिला बनाए जाने का मुद्दा एक बार फिर से जोर पकड़ा

ख़बर शेयर करें

रानीखेत: रानीखेत को नया जिला बनाने का मुद्दा फिर जोर पकड़ने लगा है। संघर्ष समिति के बैनर तले मंगलवार को उपमंडल मुख्यालय में मशाल जुलूस निकाल कर जमकर प्रदर्शन कर कहा कि वर्ष 2011 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने चार नए जिले बनाए जाने की घोषणा की लेकिन 10 साल बाद भी जिले के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय लोगों ने एक बार फिर से अपनी आवाज बुलंद कर रानीखेत को जिला बनाए जाने की मांग उठाई है।


लोगों ने मशाल जुलूस निकालकर कहा है कि वर्ष 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने रानीखेत, डीडीहाट, यमुनोत्री व कोटद्वार को नया जिला घोषित किया गया था लेकिन आज तक उसका शासनादेश जारी नहीं हुआ ऐसे में सरकार को चाहिए कि रानीखेत समेत सभी चार नए जिलों के गठन को शासनादेश जारी करना चाहिए।

अपने मोबाइल पर प्रगति टीवी से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए ऑप्शन पर क्लिक करें -

👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

👉 फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

👉 अपने क्षेत्र की खबरों के लिए 8266010911 व्हाट्सएप नंबर को अपने ग्रुप में जोड़ें