उत्तराखंड:उत्तरकाशी के आपदा क्षेत्र धराली में हुई थी ‘राम तेरी गंगा मैली’ की शूटिंग, हुस्न पहाड़ों का ओ साहिबा, हुस्न पहाड़ों का, क्या कहना की बारों महीने, यहां मौसम जाड़ों का…देखे कहानी

ख़बर शेयर करें

हुस्न पहाड़ों का ओ साहिबा, हुस्न पहाड़ों का, क्या कहना की बारों महीने, यहां मौसम जाड़ों का फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ का यह गीत वर्ष 1984 में उत्तराखंड के उत्तरकाशी हर्षिल की वादियों में फिल्माया गया था।

Ad Ad

1985 में रिलीज हुई फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ ने न केवल अपनी कहानी से दर्शकों का दिल जीता, बल्कि हर्षिल की प्राकृतिक सुंदरता को भी दुनिया भर में पहचान दिलाई. राज कपूर इस क्षेत्र की खूबसूरती से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने फिल्म के कई महत्वपूर्ण दृश्य यहीं शूट किए.

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल पहुंचेंगे हल्द्वानी, जाने मिनट 2 मिनट कार्यक्रम

मंदाकिनी एक झरने के नीचे नहाती नजर आती हैं, वो हर्षिल में ही शूट किया गया था. इस झरने का नाम बाद में मंदाकिनी झरनाही पड़ गया. इतना ही नहीं, ‘हुस्न पहाड़ों का’, ‘ओ साहिबा’जैसे सुपरहिट गीत भी हर्षिल की घाटी में फिल्माया गए हैं. इस गीत में बर्फीली चोटियां, घने जंगल और भागीरथी नदी का प्रवाह खूबसूरती से दिखाया गया है. फिल्म में कई प्रेम दृश्य और गंगोत्री यात्रा से जुड़े सीन हर्षिल और धराली के आसपास शूट किए गए हैं, जो इस क्षेत्र की शांत और खूबसूरती को और भी चार चांद लगाते हैं.

यह भी पढ़ें 👉  चमोली: बचाओ-बचाओ मलबे से आ रही थी आवाज, जिंदा निकला 16 घंटे बाद कुंवर सिंह,पत्नी व दो बेटे लापता-देखे-VIDEO

हिमालय की गोद में बसा उत्तराखंड बेहद खूबसूरत पहाड़ी प्रदेश है. यहां बहने वाली नदियां, ऊंचे-ऊंचे पहाड़, झील-झरनों के साथ ही धार्मिक और पर्यटन स्थल देश ही नहीं दुनियाभर के लोगों को भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं. धराली आपदा से दुनिया भर चर्चा का विषय बना उत्तरकाशी जिला भी अपनी मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है. खास बात है कि जो हर्षिल और उसके अंतर्गत आने वाला धराली इन दिनों आपदा के कारण चर्चाओं में बना हुआ है,

यह गीत बताता कि हर्षिल घाटी किस तरह प्रकृति की नेमतों को खुद में समेटे हुए है। इसमें कोई दोराय नहीं कि हर्षिल घाटी नैसर्गिक सुंदरता की सिरमौर है। ऐसा प्रतीत होता है, मानो प्रकृति ने इसे फुर्सत में संवारा हो। यही वजह है कि यहां जो एक बार आता है, फिर बार-बार यहां आना चाहता है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल पहुंचेंगे हल्द्वानी, जाने मिनट 2 मिनट कार्यक्रम

उत्तरकाशी जिले में भागीरथी (गंगा) नदी के किनारे हिमालय की गगन चूमती सुदर्शन, बंदरपूंछ, सुमेरू और श्रीकंठ चोटियों की गोद में समुद्रतल से 7,860 फीट की ऊंचाई पर बसे हर्षिल को भारत का मिनी स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है।

Advertisements
Ad Ad Ad
अपने मोबाइल पर प्रगति टीवी से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए ऑप्शन पर क्लिक करें -

👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

👉 फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

👉 अपने क्षेत्र की खबरों के लिए 8266010911 व्हाट्सएप नंबर को अपने ग्रुप में जोड़ें