शहीद गोकर्ण को मरणोपरांत मिलेगा सेना पदक
हल्द्वानी :विगत वर्ष जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ लोहा लेते हुए भारतीय सेना की 21 कुमाऊँ रेजिमेंट के हवलदार गोकर्ण सिंह मूल रूप से पिथौरागढ़ अदम्य साहस, पराक्रम और शौर्य का परिचय देते हुए आतंकवादियों से लड़ाई की और अपने प्राण देश की रक्षा के लिए न्यौछावर कर दिए। शहीद गोकर्ण सिंह के इस अदम्य साहस, पराक्रम और शौर्य के लिए उंन्हे भारतीय सेना द्वारा मरणोपरांत सेना मैडल प्रदान किया गया है। सेना मेडल की घोषणा 15 अगस्त को भारतीय सेना द्वारा की गई है। राष्ट्रपति द्वारा उनके पत्नी गीता देवी को सेना मेडल दिया जाएगा।
गौरतलब है कि मूल रूप पिथौरागढ़ जनपद के नापड गांव मुनस्यारी ब्लॉक के रहने वाले 41 वर्षीय हवलदार गोकर्ण सिंह
उत्तरी कश्मीर के बारामुला में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हो गए थे। वर्तमान समय में उनका परिवार हल्द्वानी के मोटहल्दु स्थित पदमपुर देवालिया में रहता है।नापड़ मुनस्यारी निवासी कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात हवलदार गोकर्ण सिंह 1 मई 2020 को सीमा पर आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे सीमा पर हुई गोलीबारी में है हालदार गोकर्ण सिंह ने अपने प्राणों की आहुति दी थी ।
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