साल का आज आखिरी सूर्यग्रहण, भूलकर भी न करें ये काम, वरना हो सकता है नुकसान
Surya Grahan:दीपावली के आज दूसरे दिन खग्रास सूर्य ग्रहण लग रहा है। भारत में सूर्य ग्रहण शाम 4:23 बजे पर शुरू होगा ग्रहण का मध्य काल शाम 5:28 बजे और मोक्षकाल शाम 6:25 बजे होगा। ग्रहण के स्पर्श, मध्य एवं मोक्ष के समय स्नान करना चाहिए। खंडग्रास सूर्यग्रहण ग्रस्तास्त सूर्यग्रहण के रूप में नजर आएगा। सूर्यास्त होने के कारण ग्रहण का मोक्ष भार में दृश्यमान नहीं होगा। ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले ही लग चुका है।
ज्योतिष के अनुसार सूतक काल में भोजन तथा पेय पदार्थों के सेवन की मनाही की गई है तथा देव दर्शन भी वर्जित माना गया है। हालांकि इसके पीछे वैज्ञानिक मान्यता भी है कि ग्रहण के समय जीवाणुओं की प्रबलता होती है और ऐसे काल में किया भोजन स्वास्थ्य के लिहाज से उत्तम नहीं होता है।
ग्रहण काल में भोजन के पात्रों में डालें कुश या तुलसी
ग्रहण काल के दौरान भोजन के पात्रों में कुश अथवा तुलसी डाल देनी चाहिए जिससे ग्रहण काल के सब कीटाणु कुश में एकत्रित हो जाएं और उन्हें ग्रहण के बाद फेंका जा सके। ग्रहण वेध के पहले जिन पदार्थों में कुश या तुलसी की पत्तियां डाल दी जाती हैं, वे पदार्थ दूषित नहीं होते हैं। पात्रों में अग्नि डालकर उन्हें पवित्र बनाया जाता है।
सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2022 Date, Time In India)
25 अक्टूबर 2022
दोपहर 2:29 से आइसलैंड में प्रारंभ
भारत में अपराहन 4:29 से दिखाई देगा
5:57 पर समाप्त
ग्रहण समाप्त- शाम 6:30 बजे अरब सागर से
सूतक काल 24 अक्टूबर, रात्रि 3:17 बजे से सूतक काल का प्रारंभ हो रहा है
सूर्य ग्रहण कहां दिखेगा?
25 अक्टूबर को लगने जा रहा साल का पहला सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तर पूर्वी अफ्रीका और पश्चिमी एशिया के विभिन्न हिस्सों में नजर आएगा. कुछ जगहों पर इसे भारत में भी इसे देखा जा सकेगा. भारत में साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण दिल्ली, बेंगलुरू, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी और मथुरा में नजर आयेगा।
सूर्य ग्रहण क्या होता है?
सूर्य ग्रहण तब लगता है, जब सूरज और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता और वह सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर आने से कुछ समय के लिए रोक देता है. इससे चांद की परछाई पृथ्वी पर पड़ती है और सूरज का कुछ हिस्सा दिखाई नहीं देता है. सूर्य ग्रहण तीन प्रकार होता है- आंशिक, वलयाकार और पूर्ण सूर्य ग्रहण.
साल 2022 में सूर्य और चंद्र ग्रहण
पहला सूर्य ग्रहण (आंशिक) – 30 अप्रैल, 2022
पहला चंद्र ग्रहण (पूर्ण) 15-16 मई, 2022
दूसरा सूर्य ग्रहण (आंशिक): 25 अक्टूबर, 2022
दूसरा चंद्र ग्रहण (पूर्ण): 7-8 नवंबर, 2022
ग्रहण के दौरान न करें ये काम
सूर्य ग्रहण के दौरान न खाएं खाना
शास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना खाने की मनाही होती है। इ इस दौरान काटने-छीलने का काम भी न करें।
किसी नए काम की शुरुआत न करें
कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है, इसलिए किसी भी नए काम की शुरुआत या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। इसके अलावा ग्रहण के दौरान नाखून काटना, कंघी करना भी शुभ नहीं माना जाता है।
गर्भवती महिलाएं न करें ये काम
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें और न ही इस दौरान चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल न करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से बच्चे पर बुरा असर पड़ता है।
ग्रहण के दौरान इन चीजों से भी बचें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कहा जाता है कि ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए। साथ ही सुई में धागा भी डालने की मनाही की गई है। इसके अलावा ग्रहण के दौरान यात्रा करने से भी बचना चाहिए
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