केदार’ देवभूमि की लाल देवा धामी की फ़िल्म 2 जून को उत्तराखंड में होगी रिलीज, देखे-PROMO

ख़बर शेयर करें

हल्द्वानी: देवभूमि उत्तराखंड के परिवेश पर बनी हिंदी फीचर फिल्म ‘केदार’ देवभूमि का लाल 2 जून को उत्तराखंड में रिलीज होने जा रही है . फिल्म में उत्तराखंड के एक साधारण युवा के असाधारण संघर्ष की कहानी है जो यकीनन ही आपके दिल को छू लेगी. इस फिल्म के अभिनेता देवा धामी द्वारा निभाया गया फिल्म का किरदार उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी एक ऐसी पीड़ा को दर्शाया गया है जिसे देख आपकी आँखे नम हो जाएँगी .

पहाड़ी इलाकों में सड़को के अभाव के चलते मरीजों को दुल्हन वाली डोली में सड़क तक पहुंचाया जाता है फ़िर वहाँ किसी वाहन के जरिए दूर-दराज के अस्पताल में पहुँचाया जाता है . फिल्म 2 जून उत्तराखंड में रिलीज होने जा रही है जिसका मकसद मनोरंजन के साथ विशेष रूप से हिंदी सिनेमा में व्यापकता व उसका पूर्ण रूप से विस्तार करना है फिल्म किसी बड़े बैनर की नहीं है

लेकिन इसका फिल्मांकन पटकथा पूरी तरह से उत्तराखंड के परिवेश में हैं फिल्म में 8 गीत भी हैं . फिल्म पूरी तरह से हिंदी है लेकिन इसमें गढ़वाली और कुमाऊंनी भाषाओं का समावेश के साथ-साथ पहाड़ी डायलॉग भी शामिल है. फिल्म में उत्तराखंड के कई जाने-माने लोक गायकों ने भी अपनी आवाज को दिया है.फिल्म के प्रोडूसर सुरेश पाण्डेय हैं और निर्देशन कमल मेहता द्वारा किया गया है

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी:ड्यूटी से लौट रहे वन दरोगा की बाइक सड़क पर फिसली हुई मौत


उत्तराखंड के परवेश पर बनी हिंदी फीचर फिल्म केदार- के मुख्य अभिनेता देवा धामी ने फिल्म का प्रोमो लॉन्च करते हुए कहां कि उनकी फिल्म केदार प्रदेश के युवाओं में एक नया जोश भरेगी फिल्म का संगीत लोगो के दिलों को छू लेगा. फिल्म में देवा धामी के अलावा गणेश सिंह रौतेला, सुमन खंडूरी, देबू रौतेला, संयोगिता ध्यानी या अन्य चेहरे भी फिल्म में दिखाएंगे.

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: मंडप में चल रही थी शादी, पुलिस ने देखा तो उड़ गए होश.जाने फिर क्या हुआ


फिल्म का संगीत सतेंद्र परिन्दिया ने दिया है. फिल्म की कहानी को कई हस्तियों ने भी सराहना की है जहां फिल्म अभिनेता और सांसद मनोज तिवारी ने भी लोगों से फिल्म देखने की अपील की है.

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी:पत्नी को बोला तलाक-तलाक-तलाक, पुलिस जांच में जुटी


फिल्म के अभिनेता देवा धामी का कहना है कि उत्तराखंड को लेकर उन्होंने कई फिल्में बनाए हैं जहां यहां के प्राकृतिक और संस्कृति को दर्शाया है लेकिन पहली बार ऐसा है कि उत्तराखंड के पीड़ा और बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिल्म तैयार किया है .


उन्होंने कहा कि इस फिल्म को बनाने का मकसद है कि उत्तराखंड स्वास्थ्य व्यवस्था को वितरित मजबूत किया जाए कि लोगों को अपने इलाज के लिए मैदानी क्षेत्र में नहीं जाना पड़े.

अपने मोबाइल पर प्रगति टीवी से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए ऑप्शन पर क्लिक करें -

👉 व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

👉 फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें

👉 अपने क्षेत्र की खबरों के लिए 8266010911 व्हाट्सएप नंबर को अपने ग्रुप में जोड़ें